तू खुद की खोज में निकल Motivational Poem By Amitabh Bachchan

यदि कोई व्यक्ति अपने जीवन में हताश (Desperate) हो गया है तो प्रेरणा (Motivation) ही वह हथियार है जिसकी सहायता से हताशा को हराया जा सकता है।

जीवन में कितनी भी समस्याएं आ जाएं, विफलताओं का समुंदर चाहें कितना भी गहरा हो गए, यदि प्रेरणा का जादू (Magic of inspiration) जिस पर चल गया तो समझ लो वह उस पूरे समुंदर को सुखा कर उसमे से सफलता का मोती खोज ही लाएगा।

motivational poetry in hindi
Motivational Poem

दोस्तों! प्रेरणात्मक शब्द (Inspirational Words) एक ऐसे तीर की तरह होते हैं जिनसे फूल निकलते हैं और जब इन फूलों की सुगंध आपके अच्छे कार्यों के साथ मिश्रित (Mix) हो जाती है तो सफलता को स्वयं चलकर आना ही पड़ता है।

आप प्रेरणा के इन तीरों को बार बार अपने दिल में लगने दीजिये और फिर देखिये सक्सेस आपके जीवन में कितना आनंद लिए हुए आती है।

आज मैं 2016 में आयी एक BollyWood Movie जिसका नाम पिंक (Pink) था, से एक बेहतरीन प्रेरणादायक हिंदी कविता (Motivational Poem In Hindi) के बारे में बताने जा रहा हूँ जिसे पढ़कर आप Motivate हो जाओगे।

हजारों लोग इस प्रेरणादायक हिंदी कविता (Motivational Poetry In Hindi) का लाभ ले चुके हैं। फिल्म में इस Poem को BollyWood के बादशाह अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) ने अपने शब्दों में गाया है और तनवीर गाजी (Tanveer Ghazi) ने इसे लिखा है।

आइये इस Motivational Poem को पढ़ते हैं और सफलता की राह की ओर बढ़ चलते हैं…….

तू खुद की खोज में निकल (In Hindi)

    तू खुद की खोज में निकल

    तू किस लिए हताश है

    तू चल, तेरे वजूद की

    समय को भी तलाश है

    समय को भी तलाश है…….

 

    जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ

    समझ ना इनको वस्त्र तू

    जो तुझ से लिपटी बेड़ियाँ

    समझ ना इनको वस्त्र तू

    ये बेड़ियाँ पिघाल के

    बना ले इनको शस्त्र तू

    बना ले इनको शस्त्र तू…….

 

    तू खुद की खोज में निकल

    तू किस लिए हताश है

    तू चल, तेरे वजूद की

    समय को भी तलाश है

    समय को भी तलाश है…….

 

    चरित्र जब पवित्र है

    तो क्यूँ है ये दशा तेरी

    चरित्र जब पवित्र है

    तो क्यूँ है ये दशा तेरी

    ये पापियों को हक़ नही

    कि लें परीक्षा तेरी

    कि लें परीक्षा तेरी…….

 

    तू खुद की खोज में निकल

    तू किस लिए हताश है

    तू चल, तेरे वजूद की

    समय को भी तलाश है…….

 

    जला के भस्म कर उसे

    जो क्रूरता का जाल है

    जला के भस्म कर उसे

    जो क्रूरता का जाल है

    तू आरती की लौ नही

    तू क्रान्ति की मशाल है

    तू क्रान्ति की मशाल है…….

 

    तू खुद की खोज में निकल

    तू किस लिए हताश है

    तू चल, तेरे वजूद की

    समय को भी तलाश है

    समय को भी तलाश है…….

 

    चुनर उड़ा के ध्वज बना

    गगन भी कंपकपाएगा

    चुनर उड़ा के ध्वज बना

    गगन भी कंपकपाएगा

    अगर तेरी चुनर गिरी

    तो एक भूकंप आएगा

    तो एक भूकंप आएगा…….

 

    तू खुद की खोज में निकल

    तू किस लिए हताश है

    तू चल, तेरे वजूद की

    समय को भी तलाश है

    समय को भी तलाश है…….

Tu Khud Ki Khoj Mein Nikal (In Hinglish)

Tu khud ki khoj mein nikal

Tu kis liye hataash hai

Tu chal, tere vajood ki

Samay ko bhi talaash hai

Samay ko bhi talaash hai…….

 

Jo tujh se lipatI bediyaan

Samajh na inako vastra tu

Jo tujh se lipati bediyaan

Samajh na inako vastra tu

Ye bediyaan pighaal ke

Bana le inako shastra tu

Bana le inako shastra tu…….

 

Tu khud ki khoj mein nikal

Tu kis liye hataash hai

Tu chal, tere vajood ki

Samay ko bhi talaash hai

Samay ko bhi talaash hai…….

 

Charitra jab pavitra hai

To kyo hai ye dasha teri

Charitra jab pavitra hai

To kyo hai ye dasha teri

Ye papiyon ko haq nahi

Ki le pareeksha teri

Ki le pareeksha teri…….

 

Tu khud ki khoj mein nikal

Tu kis liye hataash hai

Tu chal, tere vajood ki

Samay ko bhi talaash hai

Samay ko bhi talaash hai…….

 

Jala ke bhasm kar use

Jo krurata ka jaal hai

Jala ke bhasm kar use

Jo krurata ka jaal hai

Tu aarti ki lau nahi

Tu kraanti ki mashaal hai

Tu kraanti ki mashaal hai…….

 

Tu khud ki khoj mein nikal

Tu kis liye hataash hai

Tu chal, tere vajood ki

Samay ko bhi talaash hai

Samay ko bhi talaash hai…….

 

Chunar uda ke dhvaj bana

Gagan bhi kamp kanpakampaega

Chunar uda ke dhvaj bana

Gagan bhi kampkapaega

Agar teri chunar giri

To ek bhukamp aaega

To ek bhukamp aaega…….

 

Tu khud ki khoj mein nikal

Tu kis liye hataash hai

Tu chal, tere vajood ki

Samay ko bhI talaash hai

Samay ko bhI talaash hai…….

Source- Pink Hindi Movie, Release dates- September 16, 2016

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9 thoughts on “तू खुद की खोज में निकल Motivational Poem By Amitabh Bachchan”

  1. Writer Tanveer Ghazi, has written this Great poetry
    ” Tu khud ki khoj me Nikal”
    Beautified with Amitabh bachchanz voice

    Reply
  2. वाह सर जी क्या कवितामयी पोस्ट लिखी आपने बहुत अच्छा लगा।।। आपका धन्यवाद

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  3. बहुत ही उम्मदा तु खुद की खोज में निकल, पिंक movie भी kamal की है

    Reply
  4. बहुत ही बेहतरीन article लिखा है आपने। Share करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। 🙂 🙂

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