जीवन में सफलता प्राप्त करना (Success) और जीवन में खुश रहना (Happiness), दोनों एक ही बात हैं या दोनों अलग-अलग बातें हैं?
कुछ लोगों का कहना है कि success और happiness एक ही सिक्के (अर्थात जीवन) के दो पहलू हैं क्योंकि जहाँ सक्सेस है वहां हैप्पीनेस तो खुद आ ही जाती है और यदि जहाँ happiness है वहां success तो पहले से ही मौजूद होती है।
लेकिन इसके विपरीत बहुत से ऐसे लोग है जो सक्सेस और हैप्पीनेस को एक ही नदी (अर्थात जीवन) के दो किनारे मानते हैं और कहते है कि दोनों अलग अलग बातें हैं।
ऐसे लोग कहते हैं कि दुनिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जो successful तो हैं लेकिन उनकी life में happiness बहुत कम है या बिलकुल भी नहीं है और दुनिया में ऐसे भी लोग हैं जो अपने जीवन में बहुत खुश रहते हैं लेकिन उन्हें एक सफल व्यक्ति नहीं माना जा सकता।
अब आप ही बताइये कि आपका क्या मानना है?
क्या दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जिन्हें एक दूसरे से बिलकुल भी अलग नहीं माना जा सकता?
या दोनों एक नदी के दो किनारे हैं जिन्हें अलग अलग मानना ही सही है?
इस बात को क्लियर करने के लिए मैं दो लोगो से मिला और उनसे बात की।
सबसे पहले मैं success vs happiness के बारे में जानने के लिए रिया से मिला जो एक फेमस डॉक्टर है और जिसकी शादी भी एक अच्छे डॉक्टर से हुई है। रिया अपने पूरे शहर में एक successful lady के रूप में जानी जाती है। दूर दूर के शहर के लोग डॉ. रिया से अपना इलाज करवाने आते हैं। शहर के लोग रिया को ideal मानते हैं और अपने बच्चों को भी उसके जैसा डॉक्टर बनाना चाहते हैं।
अर्थात डॉ. रिया एक successful person हैं लेकिन उनसे बात करने पर पता चला कि वह अपने काम से बिलकुल भी खुश नहीं हैं और जीवन में जो ख़ुशी वह चाहती थीं, वह उन्हें महसूस ही नहीं होती।
जब मैंने पूछा कि आप तो बहुत famous और successful doctor हैं तो ऐसा क्या कारण है कि आप अपने जीवन में खुश नहीं हैं?
तब डॉ. रिया ने कहा कि वास्तव में वह डॉक्टर बनना ही नहीं चाहती थीं बल्कि वह तो एक IAS Officer बनना चाहती थीं। उनके पिता एक डॉक्टर थे तो उन्होंने अपनी बेटी को भी डॉक्टर बनने के लिए press किया और आईएएस बनने के लिए केवल इसीलिए मना कर दिया क्योकि अपनी बेटी को IAS बनाने की उनकी कोई इच्छा नहीं थी।
आज डॉ. रिया को लोगों की नजर में success तो मिल गयी है लेकिन real happiness उनके जीवन का हिस्सा नहीं है।
इसके कुछ दिनों के बाद मैं success vs happiness के बारे में जानने के लिए मिस्टर कैलाश से मिला जो एक बड़े शहर में एक छोटा सा play school चलाते हैं जिसमे लगभग 200 बच्चे आते हैं। जब उनकी शादी हुई तो उनको एक ऐसी पार्टनर मिल गयी जो play school चलाने में उनका बहुत साथ देती है।
कैलाश जी अपने जीवन से बहुत खुश हैं। उनसे बात करने पर उनके चहेरे से सच्ची खुशी (pure pleasure) बिलकुल साफ़ महसूस की जा सकती है।
जब मैंने उनसे पूछा कि इतने बड़े शहर में आप एक छोटा सा play school चलाते हैं, शहर के बहुत अधिक लोग आपको नहीं जानते लेकिन आप अपनी लाइफ से बहुत खुश हैं। क्या आप यह चाहते कि आपका play school इस शहर का सबसे अच्छा स्कूल बने और आप इस शहर के एक successful person बन जाएँ और वह आपकी सबसे बड़ी ख़ुशी हो?
तब कैलाश जी बोले, “जी! मैं भी चाहता हूँ कि मेरा स्कूल इस शहर का सबसे बड़ा स्कूल बने और मैं इस शहर का एक सफल व्यक्ति कहा जाऊं लेकिन मैं आज भी अपने जीवन से बहुत ज्यादा खुश हूँ क्योकि मुझे सबसे ज्यादा ख़ुशी छोटे छोटे बच्चों के साथ रहने से मिलती है और मैं हमेशा यह चाहता था कि कोई ऐसा काम किया जाये जिससे मैं पैसा (money) भी कमा सकूँ और अपनी इच्छा (wish) को भी पूरी कर सकूँ, इसलिए मैं आज लोगों की नजरों में एक सफल व्यक्ति तो नहीं हूँ लेकिन अपनी जिंदगी से बहुत खुश हूँ।”
दोस्तों! डॉक्टर रिया और कैलाश जी से मिलने के बाद यह बात क्लियर हो जाती है कि Success और Happiness अलग अलग चीजें होती हैं। कुछ लोग successful तो हैं लेकिन उनकी लाइफ में happiness नहीं है और इसके विपरीत कुछ लोग ऐसे भी हैं जो अपने जीवन से बहुत खुश हैं लेकिन उन्हें एक सफल व्यक्ति नहीं कहा जा सकता। और जीवन में खुश रहना, सफल होने से भी जरुरी होता है। (happiness is more important than success)
सोचिये यदि डॉ. रिया एक IAS Officer होतीं तो उनके जीवन में क्या change हुआ होता?
और यदि कैलाश जी का play school शहर का सबसे बड़ा स्कूल होता तो उनके जीवन में क्या बदलाव आता?
इसका सीधा सा उत्तर है कि तब दोनों के हाथों में success भी होती और happiness भी होती।
आज हजारों लोग ऐसे हैं जो सक्सेसफुल भी हैं और अपने जीवन से बहुत खुश भी हैं।
लेकिन ऐसा क्या है उन लोगों में, जिस वजह से वह successful भी हैं और happy भी हैं?
आइये इसका उत्तर जानने के लिए success और happiness क्या होती है? और इनमे क्या अंतर होता है? यह जानते हैं। (difference between success and happiness)
जीवन में सफलता क्या है? (What is success in life)
अपने जीवन में हम जो प्राप्त करना चाहते हैं, अगर वह हमें मिल जाये, उसे ही सफलता (success) कहते हैं।
जीवन में खुशी क्या है? (What is happiness in life)
जीवन में अपनी मनपसंद चीजों के मिल जाने से जो positive feeling होती है, उसे ही खुशी (happiness) कहते हैं।
success और happiness अलग अलग चीज जरूर हैं लेकिन जीवन में दोनों बहुत जरुरी हैं। अगर दोनों किसी के जीवन में एक साथ मिल जाएं तो एक Perfect Life बन जाती है।
LIFE WITH SUCCESS + LIFE WITHOUT HAPPINESS = SUCCESSFUL LIFE
LIFE WITHOUT SUCCESS + LIFE WITH HAPPINESS = HAPPY LIFE
SUCCESS WITH SUCCESS + LIFE WITH HAPPINESS = PERFECT LIFE
अतः हमें जीवन में उसी क्षेत्र में career बनाना चाहिए जिसमे career बनाने की हमारी इच्छा हो अर्थात जो हमें खुशी दे।
हमें जीवन में वही job करनी चाहिए जो हमें खुशी दे सके अर्थात जो जॉब करना हमें पसंद हो।
हमें जीवन में हर काम करना चाहिए जिसे करने में हमें आनंद आता हो, जो हमें खुशी दे सके।
अतः जीवन में खुश रहना, सफल होने से भी जरुरी होता है। (happiness is more important than success)
ऐसा करने से हमें खुशी तो मिलेगी और साथ ही साथ जब हम वह कार्य करते हैं जिसे करने से हमें ख़ुशी मिलती है तो उस काम को करने से हम कभी नहीं थकते और जब हम काम करने से नहीं थकते और मन लगाकर कार्य करते हैं तो बहुत अधिक काम कर पाते हैं तब उस काम में हम बहुत अधिक सक्सेस जरूर होते हैं।
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Thanks for sharing such a good article
Ha par Aisa Bhi Nahi Hai Ki Ek Bar Aap Ashafal Ho Gaye To Dusribar aap safal nahi Ho Sakte Hai ! Failure Is A Key of success. Just try untill you won’t die.
Nice.. I think it was a best find of my question thank you sir…
hlo amul ,
such a great article thanks for sharing with us ,,
happy blogging 🙂
Nice Post! Thanks for sharing
Wow nice motevational story thanks for sharing
bahut achhi jankari hai
very nice article about success vs happiness
आपकी पोस्ट बहुत ही बढिया लगी, इसे शेयर करने के लिए धन्यवाद॥
Bhut he bdiya article share kiya hai.. abse me roz aauga padhne.
sehi kaha bhai apne
सफलता और खुशियाँ जब एक साथ हों तो लाइफ परफेक्ट होती है बहुत ही अच्छे से समझाया है thanks for sharing
Thanks For share This Beautifull line of article,
Sucess Vs Happiness,
very helpful post
very nice information to successful in life thanku
Bahut Hi Acchi Bat kahi Hai Apne, Article Me.
🙂 🙂
Bahut achaa laga sir apka post parke mere man ki bahot sari duvidaye dur ho gayi….!
best post to be positive for success keep it up and write more article for motivate
अमूल जी , आपने बहुत ही बढ़िया Post लिखी कि perfect life वही है अगर जो हमारा करने में मन लगता है ,वही किया जाए .
लेकिन life struggles से घिरी हुयी है और दुनिया में ढेरो लोग है जो कहते है कि मैं यह करना चाहता था ,वो करना चाहता था लेकिन कर नहीं पाया . कोई financial problems कहकर अपनी असमर्थता बताता है तो कोई family support को लेकर .
लेकिन मेरे ख्याल से अगर कोई अच्छे रास्ते पर चलते हुए ही कुछ करना चाहता है तो वह अपने दुसरे कामों के साथ भी कर सकता है , जैसे की आपने डॉक्टर के बारे में बताया . वह IAS नहीं बन पायी लेकिन एक सफल डॉक्टर तो बन गयी पर उनकी ख़ुशी IAS की थी और वह कुछ नहीं कर सकी .
लेकिन अगर वह एक सफल और सबसे बढ़िया डॉक्टर्स में से है तो वह अपना सपना कुछ हद तक पूरा कर सकती है , जैसे कि वह इतनी बढ़ी डॉक्टर है ,तो उनके contacts तो बहुत होंगे और वह Police में भी अपनी अच्छी जान पहचान बनाकर और दुसरे लोगो की भी मदद कर सकते है ,अगर किसी को कोई मुसीबत हो तो वह उनकी मदद करे और अगर कुछ गलत कामों का पता लगे तो भी police को inform करे .
वैसे यह proper उनके सपने जैसा तो नहीं ,लेकिन life ने जो दिया अब स्वीकार करना पड़ेगा लेकिन फिर भी कुछ ऐसा करे की अपना सपना भी पूरा कर सके .
पर जैसा कि आपने बताया वही करे जिसमे आपको ख़ुशी मिलती है और उसमे success हो जाए अगर कोई ऐसा कर लेता है तो उसकी ख़ुशी तो बात ही क्या ?
Dhanyavad Nikhil ji…..sach kaha aapne lekin agar hame jis cheej me khushi milti hai aur veh na mile to chahe veh kitni bhi acchi cheej ho, ham use acchi tarah enjoy nahi kar pate…yahi us Dr ke sath hai….haa kuch had tak kosis ki ja sakti hai lekin agar sacchi khushi sath hoti to baat hi kuch aur hoti……
Simple funda Jindagi ak ice cream ki tarah h test kro to bhi pighalti h
na kro to bhi pighalti h
Show jindagi me entertainment hona jruri h
अमुल जी, बिल्कुल सही कहा आपने… सफलता और खुशी दोनों अलग-अलग चिजें है। यदि हम वर्तमान में जियेंगे तो अवश्य खुश रहेंगे। बहुत बढिया पोस्ट।
Dhanyavad Jyoti ji….present me jeena bahut jaruri hai aur khushi usi me hai jis kaam me mann lage…….
अच्छी पोस्ट है अमूल जी ….. मेरा मानना है कि खुश रहने के लिए सफल होना जरुरी नही है…..मैंने ऐसे बहुत से लोगो को देखा है जो बहुत गरीबी में जी रहे हैं लेकिन अपनी ज़िन्दगी से खुश हैं….. आप किसी बच्चे को ही देख लीजिये .
Dhanyavad Pushpendra ji….aapne sahi kaha ki iska sabse accha example bacche hain jinhe har cheej ko enjoy karna aata hai……..
Very logically written with relevant examples, specially loved the combinations and their results.
Lovely post with a lot of home truths. Kudos!
अमूल जी बहुत ही बढिया पोस्ट ………….थैंक्स फॉर शेयर टू US
Very nice and interesting post…. thanks for sharing
सक्सेस Vs हैप्पीनेस आपके द्वारा लिखा गया आर्टिकल बहुत अच्छा लगा हमें लाइफ में खुश रहना चाहिए और जो हमारे पास प्रजेंट टाइम में है उसी में सेटिसफाइड होना चाहिए तभी हम सफलता की ओर अग्रसर होंगे और जिंदगी में खुशी तभी मिल सकती है धन्यवाद सहित………….,
आपको कितना भी success मिल जाये अगर आपके जीबन में ख़ुशी नहीं है तो कोई फायेदा नहीं है.
Bahut hi badhiya post hai
Man ke satisfaction se hi dono ki feeling hi
सफल व्यक्ति खुश तभी रहता है जब उसे किसी बात का पछतावा न हो साथ ही सकारात्मक सोच हो । खुश रहने के लिए पछताना छोडना होगा अन्यथा वह खुश नही रह सकता है । आपने बिल्कुल सही कहा खुश रहने के लिए सफल होना जरुरी नही । इस बेहतरीन post के धन्यवाद ।
हां यह सच है खुश रहने के लिए सफल होना बहत जरूरी है। यदि हम सफल नहीं हैं तो हम खुश नहीं रह सकते। असफलता हमें निराशा के गर्त में ले जाती है, जो अक्सर दुखों का कारण बनती है।
Dhanyavad Jamshed ji….mene is post me asafalta ki kahi bhi baat nahi ki hai….mera kehna hai ki jo vyakti logo ki nazro me safal hai jaruri nahi ki veh khush bhi ho….lekin jo khush hai veh apni nazro me jarur safal hota hai….dono me khushi main cheej hai…..
Thanks for sharing such a nice article ….. Really amazing post!! 🙂