हमें अपने जीवन में बहुत से निर्णय (Decision) लेने होते हैं। कई बार ऐसा होता है कि बात किन्हीं दो चीजों के बीच फंस जाती है। हम दो ऑप्शन के बीच सही निर्णय (Right Decision) नहीं ले पाते और बात वहीँ के वहीँ अटकी रहती है। ऐसे में प्रश्न आता है कि सही निर्णय लेने का तरीका क्या हो सकता है? (What is the Right Way to Decision Making) या सही निर्णय कैसे लिया जाये? (How to take Right Decision)
अब केशव की समस्या ही देख लो। उसका मन कई दिन से किसी काम में लग ही नहीं रहा था। जब वह अपने ऑफिस में बहुत उदास बैठा हुआ था।
उसकी उदासी को देखकर उसके ऑफिस के एक दोस्त ने पूछा, “भाई केशव, क्या बात है? बहुत उदास लग रहे हों।”
केशव ने जवाब दिया, “क्या बताऊँ यार! मैं किराए के घर में रहता हूँ और सोच रहा हूँ कि एक अपना घर खरीद लूँ।”
उसका दोस्त बोला, “यह तो अच्छी बात है। इसमें परेशानी की क्या बात है?”
केशव बोला, “भाई मैं यह निर्णय नहीं ले पा रहा हूँ कि किराये के घर में ही रहता रहूं या अपने लिए नया घर ले लूँ?”
अब यहाँ केशव दो बातों के बीच फंस गया है। उसके पास दो ऑप्शन हैं। पहला यह है कि वह किराये के घर में ही रहता रहे। और दूसरा ऑप्शन है कि वह एक अपना घर खरीद ले।
केशव यह निर्णय नहीं ले पा रहा है कि क्या करना उसके लिए सही निर्णय होगा? किराये पर रहते रहना या अपना नया घर लेना?
दोस्तों, इसी तरह के बहुत से प्रश्न या समस्याएं हमारे सामने आती रहती हैं। कुछ समस्याएं तो छोटी होती हैं लेकिन कुछ इतनी बड़ी होती हैं जिनके बारे में यदि सही निर्णय (Right Decision) नहीं लिया गया तो जीवन बर्बाद हो सकता है।
कोई सोचता है कि जॉब करूँ या बिजनेस करूँ?
कोई अपने करियर के बारे में सोचता है कि MBA करूं या MCA करूँ?
कोई सोचता है कि Mutual Fund में इन्वेस्ट करूँ या Real Estate में इन्वेस्ट करूँ?
आपके भी कुछ ऐसे प्रश्न जरूर होंगे जिनके बारे में आप सही निर्णय नहीं ले पा रहें हैं।
तो अब प्रश्न आता है कि आखिर सही निर्णय कैसे लिया जाये? (How to make Right Decision)
क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे सही निर्णय लिया जा सके? (Right Way to Decision Making)
जी हाँ! एक ऐसा तरीका है जिससे इस तरह के निर्णयों को सही तरीके से लिया जा सकता है। एक ऐसा तरीका है जिससे हम ऐसा निर्णय ले सकते हैं जो हमें फायदा दे सके।
आइये जानते हैं कि निर्णय लेने का वह तरीका क्या है? (What is the method of Decision Making)
तो सबसे पहले आप यह समझ लें कि हम सही निर्णय क्यों नहीं ले पाते हैं? (Why can not we take the Right Decision)
क्यों हम दो चीजों या ऑप्शन के बीच फंसकर रह जाते हैं?
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमें जिन दो चीजों या ऑप्शन के बीच निर्णय लेना होता है उन दोनों चीजों के ही कुछ फायदे होते हैं और दोनों चीजों में ही कुछ नुकसान भी छिपे होते हैं।
ऐसे में हम कभी पहली चीज के फायदे के बारे में सोचते हैं तो कभी दूसरी चीज के फायदे के बारे में सोचते हैं। इसके अलावा हम कभी पहले चीज के नुकसान के बारे में सोचते हैं तो कभी दूसरी चीज के नुकसान के बारे में सोचते हैं।
और इसी सोच विचार के बीच सही निर्णय ले ही नहीं पाते। सोचो यदि दोनों चीजों के अपने फायदे और नुकसान न हों तो निर्णय लेना बहुत आसान हो जाये।
लो आपको एक उदाहरण देता हूँ। यदि आप जॉब करना चाहते हैं और दो कंपनियों से आपके पास जॉब का ऑफर आया हों। पहली कंपनी आपको 50000 रूपये हर महीने देने की बात कर रही हो, आपके घर से बहुत दूर हो और अच्छी सुविधाएं भी न दे रही हो।
जबकि दूसरी कंपनी आपको 70000 हर महीने देने की बात कर रही हो, आपके घर के पास में ही हो और सुविधाएं आपके लिए बहुत सी दे रही हो तो आपका निर्णय क्या होगा?
सीधी सी बात है कि आप 70000 वाली जॉब चुनोगे क्योंकि इस जॉब में आपको फायदा ही फायदा है जबकि 50000 वाली जॉब के बारे में सोचोगे भी नहीं क्योंकि इस जॉब में आपका नुकसान ही नुकसान है।
अब बात करते हैं ऐसे निर्णय लेने की जिसके ऑप्शन्स में फायदे और नुकसान दोनों छिपे होते हैं।
यहाँ सही निर्णय लेने का तरीका (Right Way to Decision Making) यह होता है कि आप एक डायरी और पेन लें और दोनों चीजों या ऑप्शन के फायदे और नुकसान उसमे लिख लें।
पहले आप पहली चीज या ऑप्शन लें और एक पेज पर बीच में एक खड़ी लाइन बनाकर उसके बायीं तरफ उसके फायदे लिख लें और दायीं तरफ उसके नुकसान लिख लें। इसी तरह एक दूसरे पेज पर दूसरी चीज या ऑप्शन के फायदे और नुकसान लिखें।
अब दोनों से फायदे और नुकसान को काउंट करें। अब जिस चीज या ऑप्शन के फायदे ज्यादा हों और नुकसान कम हों उसी को चुन लें। आपका निर्णय लेने का यह तरीका सबसे बेहतर और सही होगा। (Right and Best Way to Decision Making)
चलो दोस्तों, मैं आपको इसका एक उदाहरण देकर बताता हूँ। यहाँ केशव की समस्या को ही ले लेते हैं। वह निर्णय नहीं ले पा रहा है कि अपना घर ले या किराये के घर में ही रहे?
आपको बता दूँ कि केशव एक गांव से है और जिस शहर में वह जॉब कर रहा है वह वहां से बहुत दूर है और जिस कंपनी में वह जॉब कर रहा है वह केवल उसी शहर में है और उसकी कहीं और कोई ब्रांच नहीं है। वह अपनी जॉब से पूर्ण संतुष्ट भी है।
केशव के पास दो ऑप्शन हैं। पहला यह कि वह किराये के घर पर ही रहे और दूसरा कि वह अपना नया घर खरीद ले। आइये सबसे पहले पहले ऑप्शन पर बात करते हैं और उसके फायदे और नुकसान देखते हैं–
केशव के किराये के घर में रहने के फायदे (Benefits of Rental House)
1- केशव हर महीने 10 हजार किराया देता है जिसमे बिजली आदि का खर्चा देकर लगभग 14 से 15 हजार महीना वह देता है जबकि नया घर लेने के लिए उसे कम से कम 40 लाख की जरुरत होगी जो बहुत ज्यादा हैं।
2- अगर उसे घर के आसपास के माहौल से कभी कोई समस्या आये तो वह किराए के उस घर को जब चाहें छोड़कर कोई दूसरा घर किराए पर ले सकता है।
केशव के किराये के घर में रहने के नुकसान (Loss of Rental House)
1- केशव हर महीने 14 से 15 हजार किराये के रूप में देता है जो उसका एक बहुत बड़ा खर्चा है। वह चाहकर भी जीवन भर इससे नहीं बच सकता।
2- मकान मालिक की आये दिन किसी बात को लेकर टोकना लगा रहता है।
3- मकान के जिस पार्ट में रहते हैं वहीँ तक सीमित रह जाते हैं।
4- घर के अंदर कोई बदलाव करना चाहें तो नहीं कर सकते।
5- केशव को जीवन भर किराये पर रहने का मलाल रहेगा जबकि दूसरा ऑप्शन भी है।
6- हर साल मकान मालिक किराया बड़ा देता है।
आइये अब हम केशव के दूसरे ऑप्शन के बारे में बात करते हैं और उसके फायदे और नुकसान की बात करते हैं–
केशव के नया घर खरीदने के फायदे (Benefits of Buying a New Home)
1- यदि केशव नया घर लेता है तो कुछ पैसे अपने खर्च करके और बाकि का वह बैंक से लोन ले सकता है जिसकी EMI लगभग उसके किराये के खर्च के बराबर ही होगी।
2- किराये के रूपये का हमें कोई रिटर्न नहीं मिलता, यह एक खर्चा है जबकि लगभग इतनी ही EMI देकर भविष्य में एक घर रिटर्न के रूप में केशव को मिलेगा।
3- जब केशव को उसी कंपनी और उसी शहर में पूरी लाइफ जॉब करनी है तो अपना घर सबसे अच्छा रहेगा।
4- वह अपने ऑफिस के पास में ही कोई घर खरीद सकता है जिसके बहुत फायदे हैं।
5- अपना घर, अपने नियम, न कोई झंझट और न ही किसी की टोका टोकी।
6- जब जब चाहें घर में कोई भी बड़ा या छोटा बदलाव कर सकता है।
7- किराया बढ़ने का कोई झंझट नहीं और EMI हमेशा लगभग एक जैसी ही रहती है।
8- एक समय ऐसा आएगा जब वह घर पूर्ण रूप से अपना होगा क्योकि तब तक EMI पूरी हो चुकी होंगी।
केशव के नया घर खरीदने के नुकसान (Loss of buying a New Home)
1- यदि आसपास का माहौल खराब हो जाये तो वह घर नहीं बदल सकता।
2- घर लेते समय उसे कुछ पैसे अपने पास से खर्च करने होंगे वरना EMI किराये के अमाउंट से बहुत ज्यादा हो सकती है।
आइये दोस्तों, अब देख लेते हैं कि केशव को क्या निर्णय लेना चाहिए?
यह बात बिलकुल क्लियर है कि केशव को घर खरीदने से बहुत फायदे होंगे और नुकसान बहुत कम जबकि किराये के घर में रहने से फायदे बहुत कम होंगे और नुकसान ज्यादा होंगे तो निर्णय स्पष्ट है कि केशव नया घर जरूर खरीदेगा और यह एक सही निर्णय (Right Decision) होगा।
यदि किसी बात को लेकर आपके मन में दुविधा है और सही निर्णय कैसे लिया जाये? (How to take Right Decision) यह सोच रहे हैं तो आप भी इस सही निर्णय लेने के तरीके (Right Ways to Decision Making) को अपना सकते हैं।
मेरा आपसे वादा है कि आपका निर्णय बिलकुल सही होगा। तो देर किस बात की है, उठाइये एक कॉपी व एक पेन और शुरू हो जाइये सही निर्णय लेने के लिए और सही निर्णय लेकर जीवन के हर पहलू में सफलता (Success) प्राप्त करने के लिए।
“आपकी सफलता” की शुभकामनाएं हमेशा आपके साथ हैं।
————-*******————
इसके अतिरिक्त आप अपना Comment दे सकते हैं और हमें E.Mail भी कर सकते हैं।
यदि आपके पास Hindi में कोई Article, Inspiring story, Life Tips, Inspiring Poem, Hindi Quotes, Money Tips या कोई और जानकारी है और यदि आप वह हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें E-mail करें। हमारी E.Mail Id है– [email protected] यदि आपकी Post हमें पसंद आती है तो हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ अपने ब्लॉग पर Publish करेंगे। Thanks!
Very nice information boss
very good article sir, this is the truth sometimes we stuck in a condition where taking the right decision is very important.
अक्सर लोग निर्णय नही ले पाते आपका लेख निर्णय लेने सहायक होगा
very nice article, it is very helpful.
Wow ! That’s great idea to take right decision when you have any dilemma
thanku sir..m khud keshav ki tarah hu mai decision nahi le pata..lack of decision making skill pr ab bhut kuch smaj aa gya thanku very much
achhi info dete ho
Nice Information Sir
बिल्कुल सही बात है। सही समय पर उचित निर्णय लेना जरूरी है।
this is very good post motivation for decision making builder mind set
thanks for sharing this type of post keep sharing
Aapki ye post jivan badal sakti hai.
Thank you sir, bht hi achi guidance di h aapne right decision Ko lekr. Thank you very much.
post bahut achha likha hai aapne
Thanks bahut hi achi post likhi h sir apne… jindgi me kbhi na kbhi har kisi ke sath aisa jroor hota h…..jab wah do cheejo ke beech fas jata h or aise time ,sme rhte sahi decision lena jruri hota h…
वाह, बहुत अच्छी तरह से आपने समझाया
Right dicision is the best oftion of the happiness life of every man his own life .
Ek song to suna hi hoga sbne -” Rote hue aate h sb hasta huwa Jo Jayega wo mukkdar ka sikandar janeman kehlayega .”
Right decision is must for success