हमारे रिश्तों के बारे में बताती एक प्रेरक कहानी
Motivational Story On Importance Of Good Relationship
एक छोटे शहर में कमल नाम का एक व्यक्ति रहता था। उसके पास अपना घर नहीं था और वह किराये के मकान में रहता था। कमल अपना नया घर बनाने के लिए बहुत मेहनत करके पैसे (money) जमा कर रहा था।
आखिर उसकी मेहनत रंग लायी और 15 साल में कठिन परिश्रम (hard work) के बाद जो पैसे जमा हुए थे, उससे कमल ने एक सुन्दर और नया घर खरीद लिया। अब वह और उसका परिवार अपने नए घर में बहुत खुश (Happy) थे।
उसके नए घर के आसपास जो पड़ोसी रहते थे, वह काफी अमीर (rich) थे। उसके पड़ोसी बहुत महँगे कपड़े पहनते थे, कई नौकर उनके यहाँ 24 घंटे नौकरी करते थे, विलासिता और शौक की हर चीज (Luxury goods) उनके पास थी।
अपने पड़ोसियों की बेहतरीन जिंदगी (luxury life) देखकर कमल भी अब सोचने लगा था कि उसके पास में कोई भी शौक की चीज नहीं है। शौक की चीजों को खरीदकर अपने घर लाने की उसकी बहुत इच्छा होने लगी लेकिन अधिक पैसा न होने के कारण वह कुछ नहीं कर पा रहा था।
एक दिन उसके दरवाजे पर एक साधु आया जो भिक्षा मांग रहा था। उस समय कमल घर पर ही था। उसने साधु को कुछ वस्तुएं दान में दी तो साधु प्रसन्न होकर बोला, “मैं तेरे दान से ख़ुश हूँ। तेरी कोई समस्या हो तो बता।”
तभी कमल ने अपनी सभी इच्छाओं (desires) को साधु को बता दिया।
विलासिता और शौक की चीजों की इच्छा के बारे में जानकार साधु बोला, “इसके लिए तो तू अपनी मेहनत को और बढ़ा दे तथा अधिक से अधिक पैसों की बचत (money saving) कर, और उससे जो चाहें खरीद ले।”
लेकिन कमल को तो यही धुन लगी थी कि उसे अपने पड़ोसियों से ज्यादा चीजें बहुत जल्दी चाहिए। वह साधु से जिद करके कोई चमत्कार करने को कहने लगा।
कुछ देर सोचकर एक हथौड़ी देते हुए साधु बोला, “अगर तू यही चाहता है तो यह हथौड़ी ले। साथ ही मैं तुझे एक मंत्र बता रहा हूँ। जब भी तुझे किसी शौक की चीज की जरुरत हो तो अपने घर की किसी भी दीवार पर तेज़ी से एक हथौड़ी मारना और फिर इस मंत्र को बोल देना। तभी हथौड़ी मारने वाली जगह से उस शौक की चीज को खरीदने लायक पैसे निकल आएंगे। लेकिन ध्यान रखना कि इससे तू केवल अपने शौक की चीजों को प्राप्त कर सकता है, अपनी जरुरत की चीजों को नहीं।”
इतना कहकर साधु चला गया। कमल उस हथौड़ी और मंत्र को पाकर बहुत खुश था।
वह तुरंत घर के अंदर गया और अपने मन में महँगे कपड़ों के बारे में सोचकर एक दीवार पर बहुत तेज़ी से हथौड़ी मारी और मंत्र पढ़ दिया। तुरंत उस दीवार में से पैसे निकल आये। कमल बहुत खुश हुआ और तुरंत बाजार जाकर महँगे कपड़े खरीद लाया।
अब तो वह हर रोज ऐसा करने लगा। अब वह रोज अपने शौक की किसी चीज के बारे में सोचता और दीवार में हथौड़ी मारकर मंत्र पढ़ देता, तभी तुरंत पैसे निकल आते।
कुछ ही महीनों में कमल के घर अपने पड़ोसियों के जैसी महँगी और शौक की बहुत सी चीजें हो गयीं। अनेकों नौकर उसके यहाँ अब दिन रात काम करते थे तथा उसकी और उसके परिवार की सेवा करते थे। अगले कुछ महीनों में ही कमल अपने पड़ोसियों से शौक की चीजों को खरीदने के मामले में बहुत आगे निकल गया।
हथौड़ी को प्राप्त किये हुए एक साल हो चुका था। एक दिन जब कमल अपने परिवार के साथ अपने घर में बैठा हुआ था और अपनी सभी शौक की वस्तुओं को देख रहा था तभी उसकी नजर अपने घर पर गयी और वह चौंक गया और बोला, “अरे यह क्या हो गया मेरे घर को! सभी तरफ हर दीवार में केवल छेद ही छेद नजर आ रहे हैं। यह इतना बदसूरत कैसे हो गया?”
तभी पास खड़ी उसकी पत्नी बोली, “आप ही तो पिछले एक साल से इन दीवारों में हथौड़ी (Hammer) मारकर छेद कर रहे हो। मैंने आपको बहुत बार मना भी किया था लेकिन आप माने ही नहीं, अब इस घर में हर जगह छेद है।”
लेकिन कमल तो अपने सपनों की दुनियां में खोया हुआ था। वह बोला, “कोई बात नहीं! मैं एक और हथौड़ी मारूँगा और एक नए घर के लायक पैसे निकल आएंगे।”
इतना कहकर कमल पूरे घर में ऐसी जगह को खोजने लगा जहाँ कोई भी छेद न हुआ हो। काफी देर के बाद उसे एक दीवार पर सबसे नीचे केवल एक जगह ऐसी मिली जहाँ कोई छेद न था। कमल ने बिना कुछ ध्यान दिए केवल एक सुन्दर घर के बारे में सोचा और तेजी से हथौड़ी मार दी।
लेकिन यह क्या! एक भी पैसा नहीं निकला बल्कि पूरा घर भरभरा कर नीचे गिर गया और सभी विलासिता की वस्तुएं, उसके नौकर और पूरा परिवार मलबे के नीचे दब गए। लेकिन कमल बच गया क्योंकि उसने मकान को गिरते देख खुद को लोहे की मेज के नीचे छिपा लिया था।
सब कुछ खत्म हो चुका था। कमल चीख चीख कर रो रहा था और उस साधु को बार बार धोखेबाज कह रहा था क्योकि अबकी बार हथौड़ी मारने पर एक भी पैसा नहीं निकला था।
तभी साधु की कही गई बात एक बार फिर उसके कानों में गूंज गई जो हथौड़ी देते समय कही गयी थी– “ध्यान रखना कि इससे तू केवल अपने शौक की चीजों को प्राप्त कर सकता है, अपनी जरुरत की चीजों को नहीं।”
और सच है कि घर उसका शौक नहीं बल्कि जरुरत था जिसको बनाने के लिए उसके 15 सालों तक बहुत मेहनत की थी। लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता था। अब कुछ नहीं बचा था और सब कुछ ख़त्म हो चुका था।
इस प्रेरक कहानी से हमने क्या सीखा?
Moral Of The Story
दोस्तों! यह प्रेरणादायक कहानी (inspirational story) हमें बहुत कुछ सिखाती है। इस कहानी से जीवन का एक सन्देश (Life message) मिलता है जो एक अनमोल सन्देश है।
जैसा कमल ने अपने घर के साथ किया, वैसा ही बहुत से लोग अपने रिश्तों (relations) के साथ करते हैं।
यदि हम कमल के घर को अपने द्वारा बहुत मेहनत (hard work) से बनाये गए प्यारे रिश्तों (good relationship) जैसा मानें तो आज की दुनिया में बहुत से लोग अपने इन खुशहाल रिश्तों को जिनमे सच्ची खुशियां (True Happiness) छिपी होती हैं, कुछ महँगी और शौक की चीजों को एकत्रित करने के चक्कर में अपने प्यार और समय की गरमाहट नहीं दे पाते और लगातार उन सुन्दर रिश्तों को “समय नहीं है” नाम की हथौड़ी से बार बार और लगातार प्रहार करते रहते हैं।
और एक दिन ऐसा आता है जब समय (time) न देने की वजह से सभी प्यारे रिश्ते, यहाँ तक कि मजबूत पारिवारिक रिश्ते (strong family relationship) भी भरभरा कर टूट जाते हैं और बचता है तो केवल आपके शौक की चीजों का मलबा जो आपके ही क्या किसी के भी काम का नहीं होता।
इसीलिए दोस्तों! रिश्ते अनमोल होते हैं। (Relationships are precious) कोई भी इनकी जगह नहीं भर सकता क्योंकि हमारी सच्ची खुशियां हमारे पारिवारिक और दूसरे प्यारे रिश्तों में छिपी होती हैं।
कोई भी व्यक्ति दिन भर कमाता है, किसके लिए?
कोई भी व्यक्ति सुबह से शाम तक मेहनत करता है, किसके लिए?
कोई भी व्यक्ति शौक और विलासिता की चीजें (luxury goods) घर में इकट्ठी करता है, किसके लिए?
सीधा सा उत्तर है– अपने और अपने प्यारे रिश्तों के लिए।
लेकिन इतनी मेहनत से बनाये गए इन रिश्तों (relations) को आपके द्वारा दिए गए Time की भी बहुत जरुरत होती है।
यदि हम अपने माथे पर रिश्तों के लिए “समय नहीं है” का बोर्ड लगाकर अपना पूरा समय घर में चीजों को एकत्रित करने में लगा दें तो जाहिर है कि हम अपने प्यारे रिश्तों पर हर दिन प्रहार कर रहे हैं और उनमे छेद किये जा रहे हैं।
इसका परिणाम बहुत दुखद होता है और जब हमें इसका पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और बचता है तो केवल मलबा, आपके द्वारा जिंदगी भर इकठ्ठा किया हुआ मलबा।
महँगी और शौक की चीजें इकठ्ठा करना गलत नहीं है लेकिन उन चीजों की कीमत यदि आपके रिश्तें हो, यह गलत है। इस दुनिया के हर इंसान के लिए उसके रिश्ते (relations) अनमोल होते हैं, हर इंसानी रिश्ता (human relations) बहुत अनमोल होता है और ध्यान रखिये, आप भी एक इंसान हैं।
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Very good motivation story, real life this story very important..,.
Very nice story
Thanks for writing such a lovely blog. Very inspiring one.
प्रेरित करने वाली कहानिया हमे बहुत ही अच्छी लगती है
nice स्टोरी
rishton ki ahamiyat ko batayi kahani….very inspirational story
वाह सर जी आपने इस कहानी के माध्यम से रिश्तों कि अहमियत को बहुत अच्छे तरीके से समझाया है वास्तव में हमे पैसे के लिए प्यार और रिश्तों को नही भूलना चाहिए|
धन्यवाद सर….!
इस कहानी के माध्यम से आपने बहुत बढिया सीख दी है । पैसे के साथ साथ रिश्तो को भी समय देना जरुरी है । धन्यवाद ।
अपने real life में इस स्टोरी के moral को उतारना चाहिए |
Very nice, loved it a lot.
छोटी कहानी,लेकिन सीख बहुत ही बड़ी।
मेरे भोले जी, कृपा करना मुझपर
मेरे भंडारे सदा ही भरे रखना
लेकिन कभी भी इतना मत देना
कि मैं अपनों को ही भूल जाऊं।
अगर हमारे साथ ,हमारे साथी है/हमारे अपने है, जिंदगी तभी जिंदगी है।
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति …. Nice story with awesome lession ….. Thanks for sharing this!! 🙂 🙂
Prerak kar dene wali kahani.. aapne kahani ke madhyam se bahut achha sandesh diya hai..amul ji
kamaal ki story aur usse bhi jabarjast apki explaination.
wakai me sukh dukh sab apne andar hi hain.
bhut badhiya story hai.
बहुत प्रेरणादायक कहानी।
अमूल जी, हमें जरूरत की चीजों पर ही फोकस करना चाहिए। अगर इच्छाओं के आगे नतमस्तक हो गए तो यही हाल हो सकता है। यह एक सीख लेनी वाली स्टोरी है।