Positive Thinking Vs Negative Thinking | Hindi Story

प्रत्येक व्यक्ति के जीवन की परिस्थितियां (Life circumstances) एक जैसी नहीं होती, कोई अच्छी और सकारात्मक परिस्थितियों (Good and positive conditions) में पला बढ़ा होता है तो किसी का खराब और नकारात्मक परिस्थितियों (Bad and negative situations) में पालन पोषण हुआ होता है।

hindi story
Positive Thinking Vs Negative Thinking

लेकिन जीवन को किस दिशा में ले जाना है यह कौन तय करता है? जीवन की परिस्थितियां? या आपकी सकारात्मक सोच? (Positive Thinking)

आइये इसे एक प्रेरक कहानी (Inspirational story) के रूप में समझते हैं–

Motivational Story On Positive Thinking Vs Negative Thinking

दोस्तों, यह कहानी दो सगे भाइयों की है जो एक ही घर में रहते थे। अपने जीवन के 30 साल उन्होंने अपने घर में एक की परिस्थिति में व्यतीत किये।

इनमे से पहला भाई एक Successful Businessman बना। उसका society में बहुत नाम था। प्रत्येक व्यक्ति उसकी तारीफ करता था। उसे कोई भी अवगुण नहीं था और अपने परिवार के साथ बहुत ख़ुशी से जीवन व्यतीत कर रहा था।

जबकि दूसरा भाई की कमाई का कोई stable source नहीं था। वह बहुत शराब पीता था जिससे उसकी Health पर बहुत बुरा असर पड़ा था। कोई भी उसे पसंद नहीं करता था। अपने घर में वह अपनी पत्नी बच्चों को बहुत मारता था। कुल मिलाकर वह समाज में एक बदनाम व्यक्ति था।

एक दिन किसी ने दूसरे भाई से पूछ लिया कि आप ऐसे क्यों हैं? इन सभी आदतों का क्या कारण है?

दूसरे भाई ने उत्तर दिया, “मेरे घर की परिस्थितियां इन सबका कारण हैं। मेरे पिता बहुत शराब पीते थे। शराब पीकर वह मेरी माँ को बहुत मारते थे। कभी कभी तो वह हमें भी बहुत मारते थे। कुछ कमाते तो थे नहीं, बस कभी कहीं से कुछ कमा लिया तो कभी कही से।

घर का माहौल बहुत नकारात्मक था। सभी बहुत परेशान रहते थे। सोचो जब ऐसे माहौल में मेरा पालन पोषण हुआ था तो मैं आखिर बन ही क्या सकता था। जो मैं इस समय हूँ उसके अतिरिक्त मैं कुछ और हो भी नहीं सकता था।”

अब प्रश्न पूछने वाला व्यक्ति पहले भाई के पास गया जो सफल बिजनेसमैन था और उससे भी उसने वही प्रश्न किया।

अब पहले भाई ने उत्तर दिया, “आज मैं जो कुछ हूँ अपने परिवार के कारण हूँ। मेरे पिता बहुत शराब पीते थे। कुछ कमाते नहीं थे और सभी घरवालों को बहुत पीटते भी थे। समाज में उनकी कोई भी इज्जत नहीं थी। हम बहुत परेशान थे।

तब एक दिन मैंने सोचा कि मैं बिलकुल भी अपने पिता जैसा नहीं बनूंगा। खूब मन लगाकर पढाई करूँगा और एक दिन एक सफल इंसान (Successful person) बनकर ही दिखाऊंगा।

शराब के कारण हमारा जीवन नर्क बन गया था तो मैंने निर्णय (Decision) लिया कि मैं कभी कोई ऐसी गलत आदत नहीं डालूंगा। लोगों से हमेशा अच्छा व्यवहार करूँगा और समाज में बहुत नाम कमाऊंगा। और इन्हीं सभी निर्णयों के कारण मैं आज ऐसा हूँ।”

इस कहानी से आपने क्या सीखा? Moral Of This Story

दोस्तों, अब आप समझ ही गए होंगे कि जीवन को किस दिशा में ले जाना है यह कौन तय करता है? जीवन की परिस्थितियां? या आपकी सकारात्मक सोच?

जी हाँ! हो सकता है कई लोगों के जीवन में एक जैसी नकारात्मक परिस्थितियां (Negative situations) हों लेकिन आप भविष्य में क्या बनेंगे या क्या करेंगे, यह आपके विचार (Thinking) तय करते हैं, आपका Attitude तय करता है, आपके निर्णय (Decisions) तय करते हैं।

कोयले की खान में चारों तरफ कोयला ही कोयला दिखाई देता है क्योंकि वहां परिस्थितियां ही कोयला बनने वाली होती हैं लेकिन उन असंख्य कोयलों के बीच हीरे भी आपको मिलेंगे जिनका वहां की परिस्थितियों से कोई लेना देना नहीं होता।

एक बार किसी पत्थर ने यह सोच लिया या निर्णय ले लिया कि वह हीरा बनेगा तो उसे जीवन की कोई भी परिस्थिति हीरा बनने से नहीं रोक सकती।

आज के समय में बहुत से लोग अपनी आस पास की परिस्थितियों का रोना रोते रहते हैं और दूसरों को दोष देते रहते हैं जबकि असली कमी खुद उनके अंदर ही होती है।

यह आपका निर्णय है कि आप अपने आस पास की परिस्थितियों का दास बनेंगे या अपना Positive Thinking रखते हुए वो कर जायेंगे जो आपको करना चाहिए या जो आप करना चाहते हैं।

Negative Thinking से कभी किसी का कोई फायदा नहीं हुआ तो उसे अपनाने से नहीं बल्कि छोड़ देने से ही फायदा होगा।

आपकी Thinking ही सब कुछ है। जैसी आपकी थिंकिंग होगी, आप वैसे ही बन जायेंगे।

आज आप जो हैं वह आप अपनी past में की गयी thinking के कारण हैं और आज आपकी जो थिंकिंग है, उसी से आपका भविष्य तय होगा।

अतः आज से है अपनी सोच को Positive Thinking में बदल लीजिये।

————-*******———— 

दोस्तों! यह Best Motivational Story With Moral आपको कैसी लगी? यदि यह Hindi Story on “Positive Thinking Vs Negative Thinking आपको अच्छी लगी तो आप इस हिंदी कहानी को Share कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त आप अपना Comment दे सकते हैं और हमें E.Mail भी कर सकते हैं।

यदि आपके पास Hindi में कोई Article, Inspiring story, Life Tips, Inspiring Poem, Hindi Quotes, Money Tips या कोई और जानकारी है और यदि आप वह हमारे साथ Share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें E-mail करें। हमारी E.Mail Id है– [email protected] यदि आपकी Post हमें पसंद आती है तो हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ अपने ब्लॉग पर Publish करेंगे। Thanks!

11 thoughts on “Positive Thinking Vs Negative Thinking | Hindi Story”

  1. Bahut jyda acha article hai apka issko padhne ke baad banda motivate hota hai bahut jyda jo ki life me aage bdhne ke liye bahut jaruri hai.
    Is blog ko humare sath share karne ke liye apka dhanywad kriypa aage bhi aise motivational post karte rahe shukriya…

    Reply
  2. Iss Blog Ko Read Karne Ke Baad Main Motivated Ho Jaya Hoon aur Zindagi Ke Rashte Par Chala Aata Hoon
    Thanks For Sharing This Post Amul Sir

    Reply
  3. सही कहा आपने, अगर आपका एटीट्यूड सही हो, तो आप खराब में समय में भी सही निर्णय लेकर सफलता की ओर बढ सकते हैं।

    Reply
  4. Aap apne articles se sabhi ko motivate karte rehte hai bahut acchi baat hai isi tarah articles likhte hai.

    Reply
  5. positive thinking se sirf energy hi nhi balki aatmvishwash aur jeevan ko sahi rah par par le jane ki prenna milti hai .positive thinking ka mtlb ue nhi ki din bhar aap positive hi sochege kyoki aisa ho nhi sakta negative thinking aati hi hai lekin negative thinking ki jad ko pkadkar use positive banata hai wo aahe badh jata wo vyakti real hero kahlata hai
    “life is a drama ,and you are an actor/actress ….

    Reply

Leave a Comment